Tuesday, August 30, 2011

वेपत्ता कएलगेल व्यक्तिसभक विषयमे सत्य तथ्य सार्वजनिक करबामे राज्य पक्ष संवेदनशीलता नइ देखा


जनकपुरधाम, भादव १३ । माओवादी जनयुद्धक्रममे वेपत्ता कएलगेल व्यक्तिसभक विषयमे सत्य तथ्य सार्वजनिक करबामे राज्य पक्ष संवेदनशीलता नइ देखा रहल धनुषाक वेपत्ता परिवारक सदस्यसभ शिकायत कएलन्हि अछि।
अन्तराष्ट्रीय वेपत्ता दिवसके अवसर पर एडभोकेसी फोरम धनुषा जनकपुरमे आई आयोजन कएने कार्यक्रममे बजैत ओ सभ ई आरोप लगओलन्हि अछि।वेपत्तासभक खोजी कऽकऽ सत्य तथ्य सार्वजनीक करबालेल राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग सहित एहि क्षेत्रमे कार्यरत बिभिन्न संस्थासभमे बेर बेर जानकारी करओलाकबादो राज्य पक्षसँ एखन धरि कोनो सुनवाई नई भऽ सकल हुनकासभक कहब छलन्हि। 
कार्यक्रममे वेपत्ता परिवारक तर्फसँ सुनिता दत्त,श्री नारायण मण्डल,फुलमाया बिक,राकेश कुमार ठाकुर सहितक व्यक्तिसभ सम्बोधन कएने छलथि।कार्यक्रममे एडभोकेसी फोरम धनुषाक अध्यक्ष राजकुमार महासेठ वेपत्ता व्यक्तिसभक विषयमे एखन धरि सहि तथ्यांक आबए नइ सकल जानकारी देलन्हि अछि।
महासेठक अनुसार राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोगक तथ्यांकके अनुसार द्धन्द्धकालमे राज्य एवम माओवादी पक्षसँ करिब ९ सय आदमीके वेपत्ता कएलगेल अछि।तहिना इन्सेकके तथ्यांक अनुसार ई संख्या करिब ९ सय ३५ अछि।
एम्हर देश भरिसँ वेपत्ता परिवारद्धारा राहतकेलेल शान्ति मन्त्रालयमे देलगेल निवेदन अनुसार ई संख्या १ हजार ६ सय ९७ अछि।तहिना वेपत्ता परिवार समाजक अनुसार द्धन्द्धके क्रममे दुनु पक्षसँ ५ हजारसँ अधिका आदमीके वेपत्ता कएलगेल अछि।
धनुषाके सन्दर्भमे ८ आदमी राज्य पक्षसँ आ १ आदमी तत्कालीन माओवादी पक्षसँ वेपत्ता कएलगेल अछि।
बिभिन्न तथ्यांकके अनुसार द्धन्द्धके क्रममे अन्य देशक तुलनामे वेपत्ताके संख्या नेपालमे सभसँ अधिक अछि।

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