१६ कातिक जनकपुरधाम । मिथिलाँचलक पमुख पावनि छठि काल्हि साँझ अस्ताइत सूर्यके अर्घ देल गेल छल त आइ भिन्सर उगैत सुर्यके अर्घ दऽ सम्पन्न भेल अछि । अहिक संग ४ दिनमा छठि पावनि आइ सम्पन्न भेल अछि ।
छठिक अवसरमे जनकपुरक गंगासागर, धनुषसागर, अंरगजा सर, गोरधोई पोखरि, दूधमती नदी आ जलाद नदी सहितक नदी तथा पवित्र कुण्डसबमे लाखौं श्रद्धालुसब छठि माताके पूजा अराधना केलनि । छठिमे घाटसबके दुलहीन जका सजाओलगेल छल । आइ भिन्सर पुजा समाप्तिके बाद लोकसब घर घरमे ठकुवा , भुसवा, केरासब पसादक रुपमे गहण केलनि अछि ।
छठिक अवसरमे जनकपुरक गंगासागर, धनुषसागर, अंरगजा सर, गोरधोई पोखरि, दूधमती नदी आ जलाद नदी सहितक नदी तथा पवित्र कुण्डसबमे लाखौं श्रद्धालुसब छठि माताके पूजा अराधना केलनि । छठिमे घाटसबके दुलहीन जका सजाओलगेल छल । आइ भिन्सर पुजा समाप्तिके बाद लोकसब घर घरमे ठकुवा , भुसवा, केरासब पसादक रुपमे गहण केलनि अछि ।
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