१६ कात्तिक, काठमाडौं । शान्ति सम्झौता पुरा करय लेल बितल राति मुख्य दलसबबीच भेल सम्झौतामे एकीकृत नेकपा माओवादीक वैद्य पक्ष कडा आपत्ति जनौलक अछि । आइ राजधानीमे पत्रकार सम्मेलन कऽ वैद्य पक्ष सम्झौता देश आ जनताप्रति धोका तथा जनमुक्ति सेनाके आत्मसर्पण कराबयके जका भेल कहैत अहिके खारेज कऽ नयाँ सम्झौता करय माँग केलक अछि ।
पार्टी उपाध्यक्ष मोहन वैद्य किरण आ महासचिव रामबहादुर थापा बादल हस्ताक्षर केने प्रेस विज्ञप्तीमे जनमुक्ति सेनाके सम्मानपूर्वक समायोजन नहि कएल गेल तऽ दोसर जनआन्दोलनके सृष्टि होबयके चेतावनी देलगेल अछि । सम्झौता समूहगत नहि भऽ व्यक्तिगत आ निशस्त्र ढंगसँ नहि भऽ हतियार सहित होबयके वैद्य पक्ष माँग केने अछि ।
‘जनसेनाके वनके चौकिदार नहि कि, नियमित सेनाके जेना जिम्मेवारी दऽ कऽ सम्मानपूर्वक सम्मान करय परत’ विज्ञप्तीमे उल्लेख अछि । महानिर्देशनालयमे जनमुक्ति सेनाके ३५ प्रतिशत नहि भऽ ५० प्रतिशत होबयके पार्टीके नीति रहल कहैत वैद्य पक्ष अहिमे सेहो कडा आपत्ति जनौलक अछि । पुनस्र्थापना प्याकेज जनमुक्ति सेनाके भूमिका अनुसार नहि भेल वैद्य पक्षक ठहर अछि ।
अहिबिच बितल राति प्रमुख दलसबवीच भेल ७ वुँदे सहमतिप्रति आपत्ति जनबैत आएल उपाध्यक्ष मोहन वैद्य किरण पक्ष सात वुँदे सहमतिके विरोधमे ७ वुँदे सहमतिके ड्राफ्ट जराबय लागल अछि ।
सात वुँदे सहमतिप्रतिके अपन आधिकारिक धारणा पत्रकार सम्मेलन कऽ सार्वजनिक केलाबाद राष्ट्रिय सभागृह आगु वैद्य पक्ष ड्राफ्ट दहन करय लागल अछि । अहिना सहमतिके विरोधमे वैद्य पक्षक कार्यकर्तासब सँस्थापन पक्षके नेतासबके कारी भण्डा देखाओत वताओल गेल अछि । तहिना ओ सब आइ सहमतिके विरोधमे देशभरि मसाल जुलुस समेत करय लागल अछि ।
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