Thursday, March 03, 2011

भावी संविधानके नाम काल्हि राखल जाएत: पौडेल


काठमाडौँ , फागुन १९ । नयाँ संविधानके नाम कि राखल जाए विषयमे लम्बा समयस विवाद क रहल दलसब काल्हि भावी संविधानके नामके निश्कर्ष लगाबय लागल अछि ।

संवैधानिक समितिके सहयोग करय जका बनल विवाद समाधान उपसमितिके आइ भेल बैसारक बाद सञ्चारकर्मीसभसँग बातचित करैत नेपाली काँग्रेस संसदीय दलक नेता समेत रहल उपसमितिक सदस्य रामचन्द्र पौडेल भावी संविधानके नाम कि राखल जाए बिषयमे काल्हि निर्णय हाएत बतौलनि अछि । पौडेल आजुक बैसारमे दु सदनात्मक संसदके काम आ संविधानक नाम कि राखयके बारेमे बिमर्श भेल बतौलनि ।

अहिस आगु बैसल उपसमितिके बैसारस राष्ट्रियसभा आ प्रतिनिधिसभा सहित दु सदनके व्यवस्था करयके सहमति जुटौने छल । नेपालक संविधान, जनताके सङ्घीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र या सङ्घीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्र जेहन नामसबहक बारेमे बैसारमे बिमर्श भेल पौडेल बतौलनि ।

आजुक बैसारमे माओवादी अध्यक्ष प्रचण्ड अनुपस्थित भेलाबाद सदस्य रामचन्द्र पौडेलक संयोजकत्वमे बिमर्श भेल छल ।

नयाँ संविधान लेखनमे शासकीय स्वरूप, राज्यके पुनसंरचना, न्यायीक प्रणाली सहितक विषयसबमे दलसबबीच अखनो सहमति जुटय नै सकल अछि ।

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