Tuesday, December 20, 2011

जनयुद्धके बदला सशस्त्र संघर्ष राखय दलसब सहमत


काठमाडौ, पुस ५ । नयाँ संविधानक प्रस्तावना आ संविधान संशोधनके व्यवस्थाके विषयमे रहल विवादमे दलसब सहमति नजदिक पहुँचल अछि । विवाद समाधान उपसमितिके आजुक बैसल बैसारसँ विवादित तीन टा विषयमे बिमर्श कऽ क सहमति जुटौलक अछि ।

संविधानके प्रस्तावना आ संविधान संशोधनके प्रावधानके विषयमे दलसबबीच सहमति भऽ गेला बादो ओकर औपचारिक घोषणा बाँकी अछि ।  माओवादी जनयुद्ध सहितक सब आन्दोलनके नाम आ व्याख्या संविधानके प्रस्तावनामे उल्लेख करयके या संविधानक व्याख्यात्मक टिप्पणीमे सम्बन्धमे दलसबबीच मतभेद छल ।

बिमर्शके बाद माओवादी जनयुद्ध सहितक सब आन्दोलनके नाम मात्र प्रस्तावनामे उल्लेख करयके आ आन्दोलनके विवरण व्याख्यात्मक टिप्पणीमे राखयके सहमति जुटल एमाले नेता सुरेन्द्र पाण्डे बतौलनि ।

दलसब भावी संविधानके प्रस्थावनामे जनयुद्धके बदला सशस्त्र संघर्ष राखय दलसब सहमत भेल अछि ।

अहिना संविधान संशोधनके प्रावधान संविधानमे राखयके  कि नहि राखयके विषयमे दलसबबीच मतभेद रहलासँ संशोधनके प्रस्ताव राखयके विषयमे सहमति भेल अछि ।

उपसमिति संयोजक तथा माओवादी अध्यक्ष पुष्पकमल दाहाल संविधानके संशोधनीय बनावयबे विषयमा बिमर्श भेल बतौलनि । परसु भिन्सर ७ बजे उपसमितिक बैसार बजाओलगेल अछि । दाहाल पुस १५ गते भितर विवादित सब विषयमे सहमति जुटयके विश्वास व्यक्त कएने छथि । आब ११ टा विवादित विषयमे बिमर्श होवय बाँकी रहल अछि ।


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