काठमाडौ, कार्तिक ७ । प्रधानमन्त्री बाबुराम भट्टराइ भारत भ्रमणके समय दु देशबीच लगानी प्रबर्द्धन तथा संरक्षण सम्झौता(बिपा) अन्तर्राष्ट्रिय चलन आ मान्यता अनुसारे भेल बतौलनि अछि । ओ ओइ विरुद्ध कएलगेल नकारात्मक टिका टिप्पणी वास्तविकतामे आधारित नहि रहल बतौलनि ।
अपन भारत भ्रमण बारे व्यवस्थापिका संसदमे आइ सम्बोधन करैत ओ सम्झौतासँ देशमे भारतीय लगानी बढाबयके वातावरण बनत उल्लेख कएलनि । 'लगानी बढाबय सेहो कहब आ वातावरण नहि बनाएब,'ओ कहलनि-'सम्झौताके बिरोधीसब दहीयो माँगत आ वर्तन सेहो नुकाओत कहबीके चरित्रार्थ केने अछि ।'
भारतसंगके बढैत व्यापार घाटा कम करय, रोजगारीके सृजना करय आ राजश्व वृद्धि करय भारतीय लगानीके उद्योग नेपालमे खुल्नाइ जरुरी रहल हुनक तर्क छलनि । विपासँ लगानीके वातावरण बनत ओ दावी कएलनि ।
नेपाल २०३८ मे विदेशी लगानी खुला केलाबाद विभिन्न ५ टा देशसँ बिपा सम्झौता भऽ चुकल कहैत ओ वायह अन्तर्गत भारतसंग ओ सम्झौता भेल बतौलनि । 'देश भितर निश्चित स्रोत साधन रहलसमय विदेशी लगानी अपनासबहक बाध्यता अछि',ओ कहलनि । ओ कोनो दल या गुटगत हिसाबसँ विवाद खडा नहि करय आग्रह कएलनि ।
ओ दु पैघ पडोसी देशसँ फाइदा उठाबय व्यापार आ लगानीके वातावरण बनबैत ल ऽ जाए परत बतौलनि । अहि सम्झौतासँ नेपाल आ भारतक आर्थिक सम्बन्धमे सकारात्मक प्रभाव पारत से अपने विश्वास लेने ओ उल्लेख कएलनि ।
भ्रमणके क्रममे उच्च स्तरमे भेल भेटघाटसँ आपसी सदभाव आ विश्वास बढाबयके काम केने हुनक कहब छलनि।
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