१ साउन, काठमाडौं । उपप्रधान एवम अर्थमन्त्री भरत मोहन अधिकारी संसदमे पढय आगुए बजेट सार्वजनिक भेलमे अपने दोषी नहि रहल कहैत राजीनामा नहि देब प्रष्ट कयलनि अछि ।
निर्धारित समयसँ एक दिनबाद बजेट लाबयके राजनीतिक दलसबहक सहमतिए दोषी रहल कहैत ओ राजिनामा देबय परत कहनाईके कोनो तुक नहि रहल बतौलनि अछि ।
आइ राजधानीमे आयोजित साक्षात्कार कार्यक्रममे अर्थमन्त्री अधिकारी बजेट सार्वजनिक होबयमे निर्धारित समयसँ एक दिनबाद बजेट लाबयके सहमति दोषी भेल जिकिर कयलनि । बजेट सार्वजनिक भेल बारे छानविन करय गठित संसदीय समिति अपनाके काल्हि बजौने जानकारी दैत स्पष्ट जवाफ देब बतौलनि ।
कर्मचारीसबहक तलब बृद्धि होइतेमे मूल्यबृद्धि नहि हाएत कहैत ओ तलब बृद्धिके नाममे मूल्यबृद्धि हाएत त सरकार कडा कारवाही करत चेतावनी देलनि । ओ कहलनि जे-’सरकार कडा अनुगमन करत आ ओहनके कडा कारवाही करत । एहन काज कोनो हालतमे स्वीकार्य नहि हाएत ।’
साक्षात्कारमे पूर्व अर्थमन्त्री एवम सभासद डा प्रकास चन्द्र लोहनी बजेट भाषण आगुए बजेट सार्वजनिक भेल घटनाके जिम्मेवारी ल अर्थमन्त्रीके नैतिकताके आधारमे राजिनामा देबाक चाही तर्क केलनि ।
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