११ भादव, काठमाण्डौ । मधेसी मोर्चासँगके ४ बुँदे सहमतिके बाद अन्ततः एकीकृत नेकपा माओवादीक उपाध्यक्ष डा. बाबुराम भट्टराई देशके नयाँ प्रधानमन्त्री बनयके पक्का भेल अछि ।
लम्बा समयधरि निर्णयमे पहुँचय नहि सकल मधेसी मोर्चासँग बितलराति ४ बुँदे सहमति भेल छल ।
मोर्चा घटक फोरम गणतान्त्रिकके अध्यक्ष जेपी गुप्ता कांग्रेस मधेस तथा राज्य पुर्नसंरचना आ संघीयता विरोधी भेलासँ प्रगतिशिल विचार राखयबला माओवादीके सहयोग करयके निर्णयमे अपनेसब पहुँचल बतौलनि ।
स्रोतक अनुसार दु पक्षबीच भेल चारि बुँदे सहमतिमे मोर्चा भट्टराईके प्रधानमन्त्रीमे मतदान करयके, मोर्चाके एक दर्जन मन्त्रालय देबयके, शान्ति आ संविधानके अविलम्ब निष्कर्षमे पहुँचाबयके तथा मधेसक मुद्धा सम्वोधन करयके सहमति भेल अछि ।
संविधानसभामे माओवादीक २ सय ३७ आ मोर्चाके ६५ सभासद् अछि । अहिना भट्टराईके पक्षमे १२ सभासद् रहल मधेसी जनाधिकार फोरम नेपाल, ५ सभासद् रहल नेकपा संयुक्त, ४/४ सभासद् रहल राष्ट्रिय जनमोर्चा आ माले समाजवादी तथा दु सभासद् रहल नेकपा एकीकृत सेहो मत देबयके निर्णय कऽ चुकल अछि ।
मताधिकार कायम रहल कुल ५ सय ९५ मेसँ जितय लेल २ सय ९८ मत लौलासँ पुगि जाएत । भट्टराईके पक्षम अखनधरि ३ सय २९ मत स्पष्ट रुपमे देखलगेल अछि । छोट दल आ माओवादीबीच सिंहदरबारमे जारी बैसारमे सहमति हाएत तऽ भट्टराईके मत आओर बढ्यके सम्भावना अछि ।
No comments:
Post a Comment