११ अगहन काठमाण्डौ । सर्वोच्च अदालतक् फैसला अनुसार दलसब संविधानसभाक कार्यकाल ‘अन्तिम समय’के लेल ६ महिना बढाबय लागल अछि ।
आइ बेरियाक साढे ४ बजे बैसयबला व्यबस्थापिका संसदक बैसारसँ संविधानसभाक कार्यकाल लम्बा करयके प्रयोजनके लेल संसदमे दर्ता कराओलगेल अन्तरिम संविधानक एघारहम् संशोधन विधेयक पारित कऽ कार्यकाल बढाबय लागल अछि । संविधानसभाक कार्यकाल सम्पन्न होबयसँ ३ दिन आगुए कार्यकाल थप करय लागल अछि ।
संसदके आइ बैसयबला बैसारमे अनिवार्य उपस्थितिके लेल दलसब ह्विप जारी केलक अछि । संसदके बैसार आगुए प्रमुख तीनदल, एकीकृत माओवादी, नेपाली काङ्गे्रस आ नेकपा एमाले तथा संयुक्त लोकतान्त्रिक मधेशी मोर्चाक बैसार कऽ संविधानसभाक कार्यकाल बढाबयके निर्णय करत ।
ओइसँ आगु बैसयबला प्रमुख दलक बैसारसँ संविधान लेखनके कार्यतालिका बनाओल जाएत । राज्यपुर्नसंरचना आयोग दु महिनामे काम सम्पन्न करैत कालधरि संविधानक मस्यौदका लेखनके काम आगु बढाओल जाएत नेतासब बतौलक अछि । २०६७ जेठ १४ गते एक बर्ष तथा २०६८ जेठ १४ आ भादव १२ मे तीन तीन महिना कार्यकाल थप भेल छल । पछिला संशोधनसंगै दु बर्षक लेल गठन कएलगेल संविधानसभा ४ बर्ष पहुँचयबला छि । सर्वोच्च अदालत समय सिमा तोकि देने कारण आगामी ६ महिनामे संविधान निर्माणक वाताबरण बनयके अपेक्षा कएलगेल अछि । राज्यपुर्नसंरचना आ शासकीय स्वरुप बाहेक संविधानक अधिकांश विवादित बिषय समाधान भऽ चुकल अछि ।
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