सर्लाही, अगहन २४ । एकीकृत माओबादीक सचिव सिपी गजुरेल पार्टी नेतृत्व आ पार्टीके प्रधानमन्त्री लगातार जनयुद्धके लक्ष्य आ भावना बिपरित जनविरोधी काम कऽ रहल आरोप लगौलनि अछि ।
किसानके हातसँ छिन कऽ सामन्तीके जमिन फिर्ता, बिघटनके शैलीमे जनुमक्ति सेना समयोजन, बिपा सम्झौता सहितक जनबिरोधी काम वर्तमान पार्टी नेतृत्व आ सरकार प्रमुखसँ भेल ओ आरोप लगौलनि ।
सर्लाहीके नवलपुरमे आइ आयोजित पत्रकार सम्मेलनमे गजुरेल बर्तमान नेतृत्व शान्तिके नाममे जनमुक्ति सेनाके एक प्रकारसँ बिघटन कऽ क एक थान संबिधान बनाबयके प्रयासमे लागल बतौलनि ।
बैद्य पक्षक मिथिला राज्य समितिक अगुवा नेतृत्व आ कार्यकर्ता भेटघाटमे आएल गजुरेल अपने पार्टी नेतृत्व आ प्रधानमन्त्रीक घोर बिरोध कएलनि । ओ प्रधानमन्त्री बाबुराम भट्टराई नेतृत्वक सरकार बेसी नहि टिकत आ सहमतीके सरकार हुनके नेतृत्वमे बनय नहि सकत दावी कएलनि । राष्ट्रिय सरकारक नेतृत्व माओबादीके भेटयके अबस्था आओत तऽ आबके नेतृत्व अपन बिचार समूहके भेटयके चाही बतौलनि ।
जनसेनाके पैघ टिम वाईसीएलमे रखने उल्लेख करैत गजुरेल ओ सब समायोजनमे नहि परलासँ आपत्ती प्रकट कएलनि । जनयुद्धकालमे कब्जा कएलगेल सामन्तके जमिन अध्यक्ष स्वंय बर्दिया पहुँच कऽ फिर्ता करय आग्रह कऽ सामन्तके पक्षमे ठार भेल ओ आरोप लगौलनि ।
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