इलाम, पुस १४ । सर्वोच्च अदालत संविधान सभाके म्याद सम्वन्धमे निवदेन दर्ता नहि केलाबाद कडा आलोचना भऽ रहल समय नेकपा एमालेके उपाध्यक्ष विद्यादेवी भण्डारी अदालतके निर्णयप्रति अनावश्यक टिकाटिप्पणी केनाइ आवश्यक नहि रहल वतौलिह अछि ।
आइ भिन्सर इलाममे पत्रकारसबसँग बातचित करैत भण्डारी अदालतके निर्णय विपरीत राजनीतिक दल चाँखि लऽ क आ टिप्पणी कऽ क अधिनायकवाद लाद्न खोज्ने आरोप लगौलनि । ६ महिना भितर संविधान बनावय सबके एकजुट भऽ क लागय परत कहैत एमाले नेतृ भण्डारी नहि तऽ ताजा जनादेशके लेल निर्वाचनमे जाए परत जोड देलिह ।
सेनामे कोनो राजनीतिक आस्था आ जातिय आधारमे समूहगत प्रवेश करौनाइ संविधान आ जनभावना वितपरित रहल पूर्व रक्षा मन्त्रि समेत रहल भण्डारीके कहब छलनि । 'नेपाली सेनाके राजनीतिक आ जातिय रुपमे विभाजन करय नहि चाही ओ कहलिह जे अहिसँ बिखण्डन भऽ सकैत अछि ।'
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