नेपालगन्ज, कार्तिक २१ । नेकपा एमालेक प्रभावशाली नेता केपी शर्मा ओली शान्ति प्रक्रियाप्रति इमान्दार नहि भेल तऽ माओवादी समाप्त हाएत बतौलनि अछि ।
विनासके बाटमे जाएके या शान्ति प्रक्रियामे इमान्दार होबयके दु बिकल्प रहल उल्लेख करैत ओ समाप्त होबयसँ बचय लेल शान्ति प्रक्रियाके सफल बनाबयके बिकल्प नहि रहल बतौलनि ।
कार्यकर्ताके लम्बा समयधरि भ्रममे रखलासँ माओवादीभितर बिरोध आ विद्रोहके आवाज उठल बतबैत एमाले नेता ओली कहलनि ,-'सरस्वती पुजा करय लेल बनौने मुर्ति जका माओवादीके जनयुद्ध सेरा चुकल अछि ।' तीन बर्ष आगुए सोझराएल शान्ति प्रक्रियाके माओवादीसँ लडाकुके पैसाके मोटरी हथियाब ऽ लम्ब्यौने ओ आरोप लगौलनि । जनयुद्धके तयारी कहैत लडाकुके नाममे पार्टी पैसा हथियौलासँ अपने खनल खद्यामे परयके डरसँ प्रक्रियाके लम्ब्यौने हुनक कहब छलनि ।
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